Jathagam.ai

श्लोक : 6 / 78

भगवान श्री कृष्ण
भगवान श्री कृष्ण
पार्थ के पुत्र, ये कार्य बिना किसी फल की अपेक्षा के किए जाने चाहिए; और, ये कार्य कर्तव्य के रूप में किए जाने चाहिए; यह मेरी सर्वोच्च सलाह है।
राशी मकर
नक्षत्र उत्तराषाढ़ा
🟣 ग्रह शनि
⚕️ जीवन के क्षेत्र करियर/व्यवसाय, परिवार, दीर्घायु
मकर राशि में जन्मे लोगों के लिए उत्तराद्र नक्षत्र और शनि ग्रह का प्रभाव अधिक होगा। यह संयोजन, व्यवसाय और पारिवारिक जीवन में कर्तव्यों को बहुत जिम्मेदारी से निभाने का संकेत देता है। भगवद गीता सुलोचन 18.6 में कहा गया है कि कार्यों को बिना किसी फल की अपेक्षा के करना चाहिए, इसका महत्व यहाँ पर जोर दिया गया है। व्यवसाय में सफलता पाने के लिए, बिना किसी अपेक्षा के मेहनत करनी चाहिए। परिवार में, रिश्तों को बनाए रखना और उनके कल्याण के लिए कार्य करना महत्वपूर्ण है। दीर्घायु पाने के लिए, स्वस्थ आदतों का पालन करना चाहिए। शनि ग्रह, दीर्घकालिक प्रयासों के लिए सहायक रहेगा, इसलिए धैर्यपूर्वक कार्य करना आवश्यक है। कर्तव्यों का पालन करना, मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को भी सुधारता है। इससे जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में स्थिरता प्राप्त की जा सकती है। कर्तव्यों को स्वाभाविक रूप से करने पर, मानसिक शांति और आध्यात्मिक प्रगति प्राप्त होती है।
भगवद गीता की व्याख्याएँ AI द्वारा जनित हैं; उनमें त्रुटियाँ हो सकती हैं।