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श्लोक : 44 / 47

अर्जुन
अर्जुन
कृष्णा, परिवार की परंपराओं को नष्ट करने वाले ऐसे लोग हमेशा नरक में रहते हैं; इसलिए, वे धीरे-धीरे सूख जाते हैं।
राशी कर्क
नक्षत्र पुष्य
🟣 ग्रह चंद्र
⚕️ जीवन के क्षेत्र परिवार, धर्म/मूल्य, माता-पिता की जिम्मेदारी
इस भगवद गीता सुलोक के आधार पर, कर्क राशि में जन्मे लोगों के लिए, पूषा नक्षत्र और चंद्र ग्रह का प्रभाव महत्वपूर्ण है। परिवार की परंपराओं और गुणों के नष्ट होने से उत्पन्न होने वाली उलझन, परिवार के कल्याण को प्रभावित करेगी। परिवार की एकता और नैतिकता को बनाए रखना आवश्यक है। इससे परिवार के रिश्ते और धर्म/मूल्य सुरक्षित रहते हैं। चंद्रमा, मानसिक स्थिति को दर्शाने वाला ग्रह है, जो परिवार में शांति स्थापित करने में मदद करता है। माता-पिता की जिम्मेदारियों को समझना और उनकी देखभाल करना हमारी जिम्मेदारी है। परिवार की एकता और नैतिकता को बनाए रखकर, जीवन की महानता और शांति का अनुभव किया जा सकता है। इससे परिवार के रिश्ते और मजबूत होंगे। धर्म और मूल्यों को बनाए रखने से, समाज में सामंजस्य और एकता स्थापित होगी। इससे परिवार और समाज में भलाई होगी। माता-पिता का आशीर्वाद, परिवार की समृद्धि और कल्याण के लिए महत्वपूर्ण है। इससे जीवन के सभी क्षेत्रों में प्रगति संभव है।
भगवद गीता की व्याख्याएँ AI द्वारा जनित हैं; उनमें त्रुटियाँ हो सकती हैं।